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Tबिल्लियों में कान संक्रमण (Otitis) – एक पूर्ण मार्गदर्शिकाबिल्लियों में कान संक्रमण क्या है?

  • लेखक की तस्वीर: VetSağlıkUzmanı
    VetSağlıkUzmanı
  • 14 अक्टू॰
  • 8 मिनट पठन

बिल्लियों में कान संक्रमण, जिसे चिकित्सा भाषा में ओटिटिस (Otitis) कहा जाता है, कान की बाहरी, मध्य या आंतरिक संरचनाओं में सूजन या संक्रमण है। यह समस्या घरेलू बिल्लियों में काफी सामान्य है, और यदि समय रहते इलाज न हो, तो दर्द, बहरापन या संतुलन समस्या हो सकती है।

सबसे आम प्रकार है Otitis Externa, जो बाहरी कान की नली को प्रभावित करता है। यह अक्सर कान परजीवी (Ear mites – Otodectes cynotis), बैक्टीरिया, फंगस, एलर्जी, अतिरिक्त मोम जमाव या नमी फँसी होने के कारण होती है। यदि संक्रमण बढ़े तो यह मध्य कान (Otitis Media) या आंतरिक कान (Otitis Interna) में फैल सकता है, जो सुनने और संतुलन प्रणाली को प्रभावित करता है।

बिल्लियाँ स्वाभाव से अपनी सफाई करती हैं, लेकिन उनके कान की नली संकरी और गहरी होती है, जिससे माइक्रोब्स के लिए अनुकूल वातावरण बन जाता है। इसलिए जल्दी निदान और उचित उपचार ज़रूरी है।

ear infection in cats

कान संक्रमण के प्रकार बिल्लियों में

कान संक्रमण को उसके स्थान के आधार पर तीन प्रकारों में बाँटा जाता है:

  1. Otitis Externa (बाहरी कान संक्रमण)यह सबसे सामान्य प्रकार है। यह बाहरी कान की नली को प्रभावित करता है और आम कारणों में कान परजीवी, बैक्टीरिया या फंगस शामिल हैं।

  2. Otitis Media (मध्य कान संक्रमण)जब संक्रमण बाहरी भाग से मध्य कान तक जाता है—संभवत: टिम्पैनिक झिल्ली के फटने या यूस्टेशियन ट्यूब के माध्यम से। इसमें द्रव संचय, दर्द और सुनने में कमी हो सकती है।

  3. Otitis Interna (आंतरिक कान संक्रमण)यह गंभीर प्रकार है, जिसमें सुनने और संतुलन से जुड़ी संरचनाएँ प्रभावित होती हैं। सिर का झुकाव, चक्कर आना, आंखों की गति (нистैगमस) जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

इनमें से एक प्रकार से दूसरी की ओर संक्रमण बढ़ सकता है यदि समय पर इलाज न हो।

बिल्लियों में कान संक्रमण के कारण

कान संक्रमण होने के कई कारण हो सकते हैं। मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

  • कान परजीवी (Otodectes cynotis) – विशेष रूप से बिल्लियों में यह सबसे सामान्य कारण है।

  • बैक्टीरियल संक्रमण – जैसे Staphylococcus या Pseudomonas, अक्सर अन्य कारणों के बाद आता है।

  • फंगस (खमीर) संक्रमण – Malassezia pachydermatis जैसे जीव, गीले वातावरण में तेजी से बढ़ते हैं।

  • एलर्जी – भोजन से एलर्जी या पर्यावरणीय एलर्जी (धूल, पोल्लन, सफाई उत्पाद आदि) कान की नली को संवेदनशील बनाते हैं।

  • कान में अजनबी वस्तु – बाल, बीज, धूल आदि कान में फँस जाना।

  • हार्मोनल विकार – जैसे थायरॉयड की कमी या प्रतिरक्षा प्रणाली की कमजोरी।

  • गलत सफाई या स्वच्छता की कमी – अधिक सफाई या गलत सफाई कान के प्राकृतिक बैलेंस को बिगाड़ सकती है।

बहुत बार ये कारण एक साथ मिलकर संक्रमण को बढ़ाते हैं।

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संक्रमण की प्रवृत्त जातियाँ (Predisposed Breeds)

जाति / नस्ल

संक्रमण की प्रवृत्ति

Scottish Fold

बहुत अधिक

Persian (फ़ारसी बिल्ली)

बहुत अधिक

Maine Coon

मध्यम

Siamese

मध्यम

Devon Rex

मध्यम

British Shorthair

कम

Turkish Van

कम

चेहरे सपाट (brachycephalic) नस्लों में कान की नली कम हवादार होती है, जिससे संक्रमण का जोखिम अधिक होता है।

लक्षण (Symptoms) – कान संक्रमण में क्या देखें

संक्रमण की गंभीरता और प्रकार के अनुसार लक्षण बदल सकते हैं। आम लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • कान खुजलाना या कान को रगड़ना

  • बार-बार सिर हिलाना या सिर एक ओर झुकाना

  • कान से काले, भूरे या गहरे रंग की डिस्चार्ज (नकार जैसे)

  • कानों से बदबू आना

  • कान की नली और आसपास की त्वचा में लालिमा, सूजन

  • कान को छूने पर दर्द या संवेदनशीलता

  • सुनने में कमी, आवाज़ों पर प्रतिक्रिया न देना

  • असंतुलन, चक्करो में चलना

  • चिड़चिड़ापन, भूख में कमी या व्यवहार परिवर्तन

यदि स्थिति गंभीर हो जाए, तो संक्रमण आंतरिक कान तक फैल सकता है और न्यूरोलॉजिकल लक्षण उत्पन्न कर सकता है।

निदान (Diagnosis) – कैसे सुनिश्चित करें?

कान संक्रमण का निदान अनुभवी पशुचिकित्सक द्वारा निम्न प्रक्रियाओं से किया जाता है:

  1. शारीरिक परीक्षण (Physical Exam)कान का निरीक्षण, डिस्चार्ज, लाली या सूजन देखना।

  2. Otoscope द्वारा निरीक्षणडॉक्टर एक लाइटेड उपकरण (otoscope) से कान नली और टिम्पेनिक झिल्ली की स्थिति देखता है।

  3. Cytology (माइक्रोस्कोपिक परीक्षण)डिस्चार्ज का एक नमूना लेकर माइक्रोस्कोप के नीचे देखा जाता है—बैक्टीरिया, फंगस या परजीवी की पहचान के लिए।

  4. Culture & Sensitivity टेस्टबैक्टीरिया या फंगस की वृद्धि और उपयुक्त एंटीबायोटिक/एंटीफंगल दवाओं की संवेदनशीलता जांचने के लिए।

  5. इमेजिंग (X-ray, CT, MRI)यदि संक्रमण मध्य या आंतरिक कान में हो, या समस्या लंबे समय से हो रही हो, तो इमेजिंग की जा सकती है।

सही निदान ही उपयुक्त उपचार की कुंजी है।

उपचार (Treatment) – कैसे ठीक करें?

उपचार संक्रमण के कारण, गहराई और गंभीरता पर निर्भर करता है:

1. कान की सफाई (Ear Cleaning)

पहला कदम है डिस्चार्ज, मलबा और मोम को हटाना। डॉक्टर बिल्लियों के लिए उपयुक्त सफाई समाधान का उपयोग करते हैं।

2. स्थानीय दवाएँ (Topical Treatments)

  • परजीवी संक्रमण में: सेलेमैक्टिन (selamectin), मोक्सिडेक्टिन (moxidectin) या आयवर्मेक्टिन (ivermectin) जैसे ड्रॉप्स।

  • बैक्टीरियल संक्रमण में: एंटीबायोटिक ड्रॉप्स जैसे gentamicin, enrofloxacin आदि।

  • फंगस संक्रमण में: एंटीफंगल ड्रॉप्स जैसे क्लोट्रिमाज़ोल (clotrimazole), माइकोनाज़ोल (miconazole) आदि।

3. प्रणालीगत दवाएँ (Systemic Therapy)

जब संक्रमण मध्य या आंतरिक कान तक जाए, तो ओरल या इंजेक्शन योग्य एंटीबायोटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएँ दी जाती हैं।

4. मूल कारणों का इलाज (Underlying Cause Management)

यदि कारण एलर्जी या हार्मोनल समस्या है, तो आपको आहार परिवर्तन, एंटीहिस्टामाइन या अन्य चिकित्सा हस्तक्षेप करना होगा।

5. शल्य चिकित्सा (Surgical Intervention)

कई बार यदि कान की नली गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो चुकी हो, तो Total Ear Canal Ablation (TECA) जैसी सर्जरी की ज़रूरत पड़ सकती है।

नियमित फॉलो-अप ज़रूरी है ताकि संक्रमण पूरी तरह से ठीक हो और पुनरावृत्ति न हो।

जटिलताएँ और पूर्वानुमान (Complications & Prognosis)

उपचार न होने पर निम्न जटिलताएँ उत्पन्न हो सकती हैं:

  • स्थायी सुनने की कमी

  • कान नली का मोटा हो जाना या फाइब्रोसिस

  • टिम्पेनिक झिल्ली का फटना

  • संक्रमण का मध्य या आंतरिक कान तक फैलना

  • चेहरे की नसों का पक्षाघात

  • (बहुत दुर्लभ) मस्तिष्क में संक्रमण

यदि समय रहते इलाज हो, तो अधिकांश बिल्लियाँ पूरी तरह ठीक हो सकती हैं। लेकिन पुरानी या पुनरावृत्ति वाले मामलों में नियमित निरीक्षण ज़रूरी है।

घरेलू देखभाल और रोकथाम (Home Care & Prevention)

  • हफ्ते में एक बार बिल्लियों के कान देखें—लाली, डिस्चार्ज या बदबू की जांच करें।

  • केवल पशुचिकित्सक की सलाह पर उपयुक्त सफाई समाधान उपयोग करें।

  • स्नान के दौरान कानों को पानी से बचाएँ।

  • मासिक रूप से कान परजीवी रोकथाम दवाएँ लगाएँ।

  • यदि एलर्जी की संभावना हो, तो पर्यावरण एवं आहार पर नियंत्रण करें।

  • यदि कोई बदलाव दिखे—जैसे गंध, रुझान, खुजली—तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ।

रोकथाम उपचार से कहीं बेहतर है।

मालिक की ज़िम्मेदारियाँ (Owner Responsibilities During Treatment)

  • दवाएँ डॉक्टर के निर्देशानुसार समय पर दें।

  • लक्षणों में सुधार होने पर भी उपचार पूरी अवधि दें।

  • फॉलो-अप अपॉइंटमेंट्स में जाएँ।

  • कान को खरोंचने या संक्रमित क्षेत्र को छूने से रोकें।

  • बिस्तर और उपकरण साफ रखें।

  • मानव उपयोग की दवाएँ न लगाएँ।

मालिक का अनुशासन और देखभाल ही इलाज को सफल बनाती है।

बिल्लियों व कुत्तों में कान संक्रमण का अंतर (Differences with Dogs)

विषय

बिल्लियाँ

कुत्ते

सबसे सामान्य कारण

कान परजीवी (Otodectes)

बैक्टीरिया और खमीर

संक्रमण की आवृत्ति

अपेक्षाकृत कम

अधिक

प्रमुख लक्षण

खुजली, गहरा डिस्चार्ज

गंध, सूजन, दर्द

उपचार अवधि

1–3 सप्ताह (लाइफ़लेवल)

2–4 सप्ताह

पुनरावृत्ति संभावना

कम

अधिक

कुत्तों में बड़े कान नलिका और अधिक नम वातावरण उन्हें संक्रमण के प्रति संवेदनशील बनाते हैं।


सामान्य प्रश्न (FAQ)

बिल्लियों में कान संक्रमण क्या होता है?कान संक्रमण या ओटिटिस (Otitis) एक सूजन है जो बैक्टीरिया, फंगस या परजीवी (कान की जूँ या Otodectes cynotis) के कारण होती है। यह संक्रमण कान की बाहरी, मध्य या आंतरिक परत को प्रभावित कर सकता है और बहुत दर्दनाक होता है।

कान संक्रमण के मुख्य कारण क्या हैं?संक्रमण अक्सर गंदगी, नमी, एलर्जी, कान परजीवी, या अत्यधिक मोम जमा होने से शुरू होता है। कुछ बिल्लियों में यह संक्रमण बार-बार होता है क्योंकि उनकी कान की नली संकरी होती है।

क्या कान संक्रमण बिल्लियों के बीच फैल सकता है?हाँ, अगर कारण कान परजीवी हैं तो यह बहुत जल्दी एक बिल्ली से दूसरी में फैल सकता है। लेकिन बैक्टीरिया या फंगस से होने वाला संक्रमण आमतौर पर संक्रामक नहीं होता।

क्या कान संक्रमण खुद-ब-खुद ठीक हो सकता है?नहीं। बिना इलाज संक्रमण बढ़ता जाता है और मध्य या आंतरिक कान तक फैल सकता है। इससे सुनने की शक्ति स्थायी रूप से जा सकती है।

कान संक्रमण के शुरुआती लक्षण क्या हैं?खुजली, सिर हिलाना, सिर झुकाना, काले या भूरे रंग की स्राव (डिस्चार्ज), कान से बदबू आना और दर्द के लक्षण संक्रमण के शुरुआती संकेत हैं।

क्या बिल्लियों में कान संक्रमण दर्दनाक होता है?हाँ, यह बहुत दर्दनाक हो सकता है। संक्रमित बिल्ली कान को छूने नहीं देती, बार-बार म्याऊँ करती है या खाना छोड़ देती है।

अगर बिल्ली कान खुजा रही हो तो क्या यह संक्रमण है?जरूरी नहीं, लेकिन लगातार खुजलाना, सिर हिलाना या बदबूदार स्राव होना संक्रमण की संभावना बढ़ाता है। पशुचिकित्सक की जांच कराना चाहिए।

कान में बदबू आने का क्या मतलब है?कान से आने वाली दुर्गंध संक्रमण का प्रमुख संकेत है। यह बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण का परिणाम हो सकता है।

कान संक्रमण की जांच कैसे की जाती है?डॉक्टर ओटोसकोप से कान के अंदर देखते हैं, डिस्चार्ज का नमूना लेकर माइक्रोस्कोप से जांच करते हैं और ज़रूरत पड़ने पर कल्चर टेस्ट कराते हैं।

कान संक्रमण के लिए कौन-सी दवाएँ दी जाती हैं?इलाज कारण पर निर्भर करता है। परजीवी संक्रमण में एंटीपैरासाइटिक ड्रॉप्स, बैक्टीरियल में एंटीबायोटिक्स और फंगल में एंटीफंगल दवाएँ दी जाती हैं। गंभीर मामलों में ओरल दवाएँ भी दी जाती हैं।

कान संक्रमण के ठीक होने में कितना समय लगता है?सामान्य संक्रमण 1–2 सप्ताह में ठीक हो सकता है। अगर संक्रमण मध्य या आंतरिक कान तक गया है तो 4–6 सप्ताह या उससे अधिक लग सकते हैं।

क्या कान संक्रमण से सुनने की शक्ति जा सकती है?हाँ, यदि संक्रमण गहराई तक पहुँचे और समय पर इलाज न हो तो स्थायी बहरापन संभव है।

क्या कान में पानी जाने से संक्रमण हो सकता है?हाँ, नमी या पानी कान में फँस जाए तो बैक्टीरिया और फंगस तेजी से बढ़ते हैं। इसलिए नहलाते समय कान में पानी नहीं जाना चाहिए।

क्या बिल्लियों में कान संक्रमण दोबारा हो सकता है?हाँ, अगर कारण (जैसे एलर्जी या परजीवी) पूरी तरह ठीक न किया जाए तो संक्रमण दोबारा लौट सकता है।

क्या छोटे बिल्ली के बच्चों में संक्रमण अधिक होता है?हाँ, क्योंकि उनके शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है और वे एक-दूसरे से आसानी से परजीवी ले लेते हैं।

क्या एलर्जी से भी कान में संक्रमण हो सकता है?हाँ, भोजन या वातावरण की एलर्जी से कान में सूजन होती है, जिससे बाद में बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण हो जाता है।

क्या संक्रमण से बिल्ली का सिर झुक जाता है?हाँ, अगर संक्रमण कान के अंदर तक पहुँच जाए तो संतुलन प्रभावित होता है और बिल्ली सिर झुकाकर चलने लगती है।

क्या इंसानों को भी बिल्लियों से कान संक्रमण हो सकता है?आमतौर पर नहीं। लेकिन परजीवी संक्रमण के बहुत दुर्लभ मामलों में त्वचा पर हल्की जलन हो सकती है।

क्या कान संक्रमण के दौरान बिल्ली को नहलाना ठीक है?नहीं। इलाज के दौरान बिल्ली को न नहलाएँ और कानों को सूखा रखें। पानी संक्रमण को बढ़ा सकता है।

क्या बार-बार कान साफ़ करने से संक्रमण रुक सकता है?अत्यधिक सफाई भी हानिकारक है। कान की प्राकृतिक सुरक्षा परत खत्म हो जाती है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।

कान संक्रमण का घरेलू इलाज किया जा सकता है क्या?नहीं, केवल डॉक्टर की सलाह पर ही दवाएँ लगाएँ। घरेलू उपाय अक्सर नुकसानदेह साबित होते हैं।

क्या कान संक्रमण घातक हो सकता है?बहुत कम मामलों में, अगर संक्रमण मस्तिष्क तक फैल जाए तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं। लेकिन सामान्यतः समय पर इलाज से बिल्ली पूरी तरह ठीक हो जाती है।

संक्रमण से बचाव के लिए क्या करें?सप्ताह में एक बार कान देखें, नियमित एंटीपैरासाइटिक दवा लगाएँ, स्नान के बाद कान सुखाएँ और एलर्जी का सही प्रबंधन करें।

क्या बिल्लियों और कुत्तों में कान संक्रमण एक जैसा होता है?नहीं। बिल्लियों में अधिकतर परजीवी या एलर्जी के कारण होता है, जबकि कुत्तों में बैक्टीरिया और यीस्ट अधिक जिम्मेदार होते हैं।

संक्रमण के बाद क्या देखभाल करनी चाहिए?इलाज पूरा होने के बाद भी नियमित जांच कराएँ, सफाई बनाए रखें, और अगर फिर से खुजली या बदबू दिखे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।



मुख्य कीवर्ड (Keywords)

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स्रोत (Sources)

  • American Veterinary Medical Association (AVMA)

  • Cornell University College of Veterinary Medicine

  • Merck Veterinary Manual

  • Mersin Vetlife Veterinary Clinic – मानचित्र पर खोलें: https://share.google/jgNW7TpQVLQ3NeUf2

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