बिल्ली में बायोकैमिस्ट्री – फेलाइन बायोकैमिस्ट्री प्रोफ़ाइल की पूरी गाइड
- VetSağlıkUzmanı

- 18 नव॰
- 24 मिनट पठन
बिल्ली में बायोकैमिस्ट्री टेस्ट क्या है?
बिल्ली में बायोकैमिस्ट्री टेस्ट एक व्यापक रक्त परीक्षण है जो बिल्ली के शरीर के अंदर होने वाले मेटाबॉलिक, हार्मोनल, एंज़ाइमेटिक, इलैक्ट्रोलाइट, और अंग–कार्य से जुड़े कई महत्वपूर्ण मानकों को मापता है। इस परीक्षण से हमें यह समझने में मदद मिलती है कि यकृत (Liver), गुर्दे (Kidneys), अग्न्याशय (Pancreas), मांसपेशियाँ (Muscles), एंडोक्राइन सिस्टम, और शरीर का संपूर्ण मेटाबॉलिज़्म कितनी कुशलता से कार्य कर रहा है।
रक्त लेकर उसे सीरम में परिवर्तित किया जाता है और फिर आधुनिक स्वचालित मशीनों पर उसका विश्लेषण किया जाता है। ये मशीनें एक ही समय में कई दर्जन पैरामीटर माप सकती हैं, जिससे बीमारी के शुरुआती संकेत पकड़े जा सकते हैं — विशेषकर तब जब बिल्ली कोई लक्षण नहीं दिखाती।
आमतौर पर इस टेस्ट में ALT, AST, ALP, GGT, बिलीरुबिन, BUN, क्रिएटिनिन, ग्लूकोज़, कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड, कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, टोटल प्रोटीन, एल्ब्यूमिन, ग्लोब्युलिन आदि शामिल होते हैं। हर पैरामीटर एक विशेष अंग या प्रणाली के स्वास्थ्य को दर्शाता है।
संक्षेप में, यह टेस्ट बिल्ली की अंदरूनी सेहत का दर्पण है और किसी भी बीमारी को शुरुआती चरण में पहचानने में अत्यंत उपयोगी है।

बिल्ली में बायोकैमिस्ट्री टेस्ट क्यों किया जाता है?
बायोकैमिस्ट्री टेस्ट कई महत्वपूर्ण कारणों से किया जाता है। यह न केवल बीमारी का पता लगाने में मदद करता है, बल्कि इलाज के प्रभाव का मूल्यांकन करने, सर्जरी से पहले जोखिम का अनुमान लगाने, और क्रॉनिक बीमारियों की निगरानी करने में भी अत्यंत आवश्यक है। चूँकि बिल्लियाँ अपनी बीमारी छिपाने में माहिर होती हैं, इसलिए यह परीक्षण बहुत मूल्यवान सिद्ध होता है।
मुख्य उद्देश्य
1. यकृत रोगों का जल्दी पता लगाना
ALT, AST, ALP, GGT और TBA जैसे पैरामीटर liver के सूजन, सेल क्षति, पित्त अवरोध, फैटी लिवर और विषाक्तता का संकेत देते हैं।
2. गुर्दों की कार्यक्षमता की जाँच
BUN, क्रिएटिनिन, फॉस्फोरस और BUN/CRE अनुपात kidney की फिल्ट्रेशन क्षमता बताते हैं। इससे Chronic Kidney Disease (CKD), Acute Kidney Injury (AKI), डिहाइड्रेशन और urinary blockage का पता चलता है।
3. अग्न्याशय और मेटाबॉलिज़्म की स्थिति जानने के लिए
एमाइलेज और लिपेज अकेले pancreatitis का पक्का संकेत नहीं देते, लेकिन यह मेटाबॉलिक गड़बड़ियों और डायबिटीज़ की जानकारी देते हैं।
4. इलेक्ट्रोलाइट और एसिड–बेस संतुलन का मूल्यांकन
कैल्शियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, tCO₂, पोटैशियम और क्लोराइड जैसे मानक शरीर के मेटाबॉलिक संतुलन का संकेत देते हैं।
5. हार्मोनल और मेटाबॉलिक बीमारियों का पता लगाना
डायबिटीज़, हाइपरथायरॉयडिज़्म, लिपिड असंतुलन जैसी बीमारियाँ ग्लूकोज़, TG, CHOL आदि में बदलाव पैदा करती हैं।
6. विषाक्तता और सिस्टम–स्तरीय सूजन की पहचान
कुछ दवाएँ और ज़हरीले तत्व liver enzymes और अन्य बायोकैमिकल मानों को बदल देते हैं।
7. सर्जरी से पहले एनेस्थीसिया–सुरक्षा की जाँच
सर्जरी से पहले जानना आवश्यक है कि liver और kidneys दवाइयों को सुरक्षित रूप से प्रोसेस कर पाएँगे या नहीं।
8. क्रॉनिक बीमारियों की नियमित मॉनिटरिंग
CKD, fatty liver, pancreatitis और diabetes वाले बिल्लियों में निरंतर बायोकैमिस्ट्री फॉलो–अप जरूरी होता है।
कुल मिलाकर, बायोकैमिस्ट्री टेस्ट बिल्ली की अंदरूनी सेहत का विस्तृत वैज्ञानिक निरीक्षण है।

बिल्ली में बायोकैमिस्ट्री टेस्ट की लागत (USA, UK, EU, Türkiye तुलना)
बिल्ली में बायोकैमिस्ट्री टेस्ट की लागत देश, क्लिनिक, उपयोग की जाने वाली मशीनों, पैनल के प्रकार (Mini, Standard, Comprehensive) और यह टेस्ट रूटीन है या इमरजेंसी — इन सभी पर निर्भर करती है।हालाँकि कीमतें अलग-अलग हैं, यह टेस्ट बिल्ली के अंदरूनी अंगों की सेहत को समझने के लिए सबसे महत्वपूर्ण और किफायती डायग्नोस्टिक तरीकों में से एक माना जाता है।
नीचे विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में इसकी कीमतों की विस्तृत तुलना दी गई है—
Türkiye (तुर्की)
तुर्की में बायोकैमिस्ट्री टेस्ट की कीमतें अन्य देशों की तुलना में काफ़ी कम हैं।
Mini Panel (5–6 पैरामीटर): 350 – 600 TL
Standard Panel (12–16 पैरामीटर): 700 – 1200 TL
Comprehensive Panel (20+ पैरामीटर): 1200 – 2000 TL
Biochemistry + CBC: 1500 – 2600 TL
इस्तांबुल, अंकारा और इज़मिर जैसे बड़े शहरों में कीमतें लगभग 20–30% अधिक हो सकती हैं।
USA (अमेरिका)
अमेरिका में Vet services काफी महंगी हैं।
Standard Chemistry Panel: 50 – 120 USD
Full Panel + CBC: 120 – 250 USD
Emergency Panel: 180 – 350 USD
कीमतें इन बातों पर निर्भर करती हैं:
क्लिनिक में इन–हाउस analyzer है या सैंपल बाहर भेजे जाते हैं
किस राज्य में टेस्ट किया जा रहा है
केस की जटिलता
सहायक टेस्ट (Ultrasound, X-ray आदि)
United Kingdom (UK)
यूके में vet care की कीमतें अपेक्षाकृत ऊँची होती हैं।
Basic Biochemistry: 50 – 90 £
Complete Panel + CBC: 90 – 150 £
यहाँ Pet insurance काफ़ी लोकप्रिय है, जो cost–burden कम करता है।
European Union (EU)
यूरोप में कीमतें देश–दर–देश बदलती हैं।
Germany: 40 – 90 €
Netherlands: 45 – 110 €
France: 50 – 120 €
Spain / Italy: 35 – 90 €
कुछ देशों में Veterinary Universities अधिक सस्ती दरों पर भी टेस्ट प्रदान करती हैं।
कौन–कौन से कारक लागत को प्रभावित करते हैं?
कितने पैरामीटर टेस्ट किए गएComprehensive पैनल में liver, kidney, electrolytes, pancreas, lipids सभी शामिल होते हैं।
मशीन और टेक्नोलॉजीHigh-end analyzers टेस्ट को सटीक बनाते हैं, लेकिन कीमत बढ़ाते हैं।
सहायक जाँच
CBC
Electrolytes
SDMA
Ultrasound
Radiography
Sedation की आवश्यकताबहुत तनावग्रस्त या आक्रामक बिल्लियों में रक्त–सैंपल के लिए sedation दी जा सकती है।
Emergency vs RoutineEmergency टेस्ट हमेशा महंगे होंगे।
समग्र मूल्यांकन
कुल मिलाकर, बायोकैमिस्ट्री टेस्ट बहुत उपयोगी और High–Value निदान है। यह kidney, liver, metabolism और endocrine system की स्थिति बताने में अत्यधिक प्रभावशाली है।
टोटल प्रोटीन (TP)
टोटल प्रोटीन (Total Protein – TP) रक्त में मौजूद दो प्रमुख प्रोटीन समूहों — एल्ब्यूमिन और ग्लोब्युलिन — का संयुक्त माप है। यह मान बिल्ली के शरीर में हाइड्रेशन, लिवर फंक्शन, इम्यून सिस्टम की सक्रियता, और किडनी के प्रोटीन–लॉस जैसे कई महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाता है। इसलिए TP बायोकैमिस्ट्री टेस्ट का एक मूलभूत और अत्यंत महत्वपूर्ण पैरामीटर माना जाता है।
TP बढ़ा हुआ क्यों होता है? (हाइपरप्रोटीनिमिया)
TP अधिक होने के प्रमुख कारण:
डिहाइड्रेशनशरीर में पानी कम होने पर रक्त गाढ़ा हो जाता है और प्रोटीन कृत्रिम रूप से बढ़े हुए लगते हैं।
क्रॉनिक इंफ्लेमेशनशरीर लम्बे समय तक संक्रमण या सूजन से लड़ते समय ग्लोब्युलिन बढ़ा देता है।
इम्यून सिस्टम की अधिक सक्रियताजैसे FIP, FeLV, FIV या बैक्टीरियल संक्रमण।
कुछ कैंसर (Neoplasia)विशेषकर मल्टीपल मायलोमा और लिम्फोमा।
TP कम क्यों होता है? (हाइपोप्रोटीनिमिया)
TP कम होने के संभावित कारण:
लिवर फेल्योरलिवर पर्याप्त प्रोटीन नहीं बना पाता।
PLE – प्रोटीन–लूजिंग एंटरोपैथीआंतों की सूजन से प्रोटीन का नुकसान।
PLN – प्रोटीन–लूजिंग नेफ्रोपैथीकिडनी द्वारा प्रोटीन का अत्यधिक लॉस।
भारी रक्तस्राव, कुपोषण, लंबी बीमारी
TP को हमेशा ALB, GLO और A/G अनुपात के साथ मिलाकर पढ़ना चाहिए।
एल्ब्यूमिन (ALB)
एल्ब्यूमिन रक्त में पाया जाने वाला सबसे प्रचुर प्रोटीन है और इसे पूरी तरह लिवर बनाता है। यह शरीर में दवाओं, हार्मोन, फैटी एसिड और कैल्शियम को ढोने के साथ–साथ रक्त वाहिकाओं में तरल पदार्थ बनाए रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
एल्ब्यूमिन में गड़बड़ी अक्सर गंभीर बीमारी का संकेत होती है।
एल्ब्यूमिन बढ़ा हुआ क्यों होता है? (हाइपरएल्ब्यूमिनिमिया)
सबसे आम कारण:
डिहाइड्रेशनरक्त गाढ़ा होने से एल्ब्यूमिन अधिक दिखाई देता है।वास्तविक (true) एल्ब्यूमिन बढ़ना बहुत दुर्लभ होता है।
एल्ब्यूमिन कम क्यों होता है? (हाइपोएल्ब्यूमिनिमिया)
यह क्लिनिकली बहुत महत्वपूर्ण है और संकेत दे सकता है:
गंभीर लिवर रोगलिवर पर्याप्त एल्ब्यूमिन नहीं बना पाता।
PLE (आंतों द्वारा प्रोटीन लॉस)IBD या अन्य इंफ्लेमेटरी बीमारियों में।
PLN (किडनी द्वारा प्रोटीन लॉस)एल्ब्यूमिन मूत्र में चला जाता है।
क्रॉनिक सूजनग्लोब्युलिन बढ़ता है और एल्ब्यूमिन घट जाता है।
कुपोषण / भुखमरी, दीर्घकालिक बीमारी
कम एल्ब्यूमिन के दुष्परिणाम
पेट में पानी भरना (Ascites)
पैरों/चेहरे में सूजन
प्लूरल इफ्यूशन (फेफड़ों के बाहर तरल)
दवाओं और कैल्शियम का परिवहन प्रभावित
घाव भरने में देरी
इसलिए ALB को बिल्लियों की बायोकैमिस्ट्री का सबसे महत्वपूर्ण प्रोटीन माना जाता है।
ग्लोब्युलिन (GLO)
ग्लोब्युलिन प्रोटीन का वह समूह है जिसमें इम्यूनोग्लोबुलिन (एंटीबॉडी), ट्रांसपोर्ट प्रोटीन और इन्फ्लेमेशन–रेस्पॉन्स प्रोटीन शामिल होते हैं। इसलिए ग्लोब्युलिन का स्तर बिल्ली के इम्यून सिस्टम, सूजन, इंफेक्शन और क्रॉनिक रोग–गतिविधि का सीधा संकेत देता है।
ग्लोब्युलिन बढ़ा हुआ क्यों होता है? (हाइपरग्लोब्यूलीनिमिया)
यह एक महत्वपूर्ण और अक्सर गंभीर संकेत हो सकता है:
क्रॉनिक इन्फ्लेमेशनलंबे समय तक चलने वाली सूजन में एंटीबॉडी उत्पादन बढ़ जाता है।
वायरल संक्रमणविशेषकर FIP, FeLV, FIV ग्लोब्युलिन को बहुत बढ़ा सकते हैं।
लंबे समय तक बैक्टीरियल संक्रमणजैसे क्रॉनिक एब्सेस या सिस्टम–स्तरीय संक्रमण।
इम्यून–मेडिएटेड रोगशरीर अपनी ही कोशिकाओं पर आक्रमण करता है, जिससे ग्लोब्युलिन बढ़ता है।
कैंसर (Neoplasia)विशेषकर मल्टीपल मायलोमा और लिम्फोमा में ग्लोब्युलिन बहुत अधिक हो सकता है।
डिहाइड्रेशनरक्त गाढ़ा होने से ग्लोब्युलिन कृत्रिम रूप से बढ़ सकता है।
बहुत अधिक ग्लोब्युलिन + कम A/G अनुपात FIP की दिशा में संकेत दे सकता है, लेकिन यह अकेले निदान नहीं है।
ग्लोब्युलिन कम क्यों होता है? (हाइपोग्लोब्यूलीनिमिया)
कम ग्लोब्युलिन दुर्लभ है लेकिन हो सकता है:
इम्यून–डिफिशियेंसी
PLE – आंतों में प्रोटीन लॉस
PLN – किडनी के द्वारा प्रोटीन लॉस
गंभीर रक्तस्राव
लिवर फेल्योर (लेटर स्टेज)
क्लिनिकल महत्व
GLO को हमेशा ALB, TP और A/G अनुपात के साथ पढ़ा जाता है ताकि समग्र इम्यून–स्टेटस का सही अंदाज़ लगाया जा सके।
A/G अनुपात (Albumin/Globulin Ratio)
A/G अनुपात बिल्लियों के लिए बायोकैमिस्ट्री का एक अत्यंत शक्तिशाली Interpretative Index है। यह बताता है कि प्रोटीन असंतुलन लिवर, किडनी, इम्यून सिस्टम, या इन्फ्लेमेशन से आ रहा है।
सामान्य सीमा: 0.6 – 1.2
A/G अनुपात कम क्यों होता है? (सबसे आम)
जब A/G अनुपात 0.6 से नीचे जाता है, तो आम तौर पर:
ग्लोब्युलिन बहुत ज्यादा,
एल्ब्यूमिन कम/सामान्य
यह संकेत करता है:
क्रॉनिक सूजन
वायरल बीमारियाँ (FIP, FeLV, FIV)
इम्यून–मीडिएटेड बीमारी
लिवर फेल्योर
PLE / PLN
गंभीर संक्रमण
A/G < 0.5 होने पर FIP की संभावना काफी बढ़ जाती है(लेकिन अकेले इससे निदान नहीं किया जाता)
A/G अनुपात बढ़ा हुआ क्यों होता है?
यह कम आम है और संकेत देता है:
ग्लोब्युलिन कम
गंभीर डिहाइड्रेशन
इम्यून–सप्रेशन
क्लिनिकल Interpretation
A/G अनुपात यह समझने में मदद करता है कि:
समस्या का स्रोत इन्फ्लेमेशन है या लिवर/किडनी
एल्ब्यूमिन क्यों कम है
ग्लोब्युलिन क्यों बढ़ा है
इम्यून सिस्टम कितना सक्रिय है
A/G अनुपात को हमेशा ALB, GLO, TP और लिवर एंज़ाइमों के साथ पढ़ना चाहिए।
टोटल बिलीरुबिन (TBIL)
टोटल बिलीरुबिन (TBIL) रक्त में मौजूद दो प्रकार के बिलीरुबिन — कंजुगेटेड (Direct) और अनकंजुगेटेड (Indirect) — का कुल योग है। बिलीरुबिन लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने पर बनता है और लिवर इसे प्रोसेस करके पित्त के माध्यम से बाहर निकालता है।
इसलिए TBIL बिल्ली के लिवर फंक्शन, बाइल–फ्लो, और हीमोलिसिस (RBC टूटना) का बेहद महत्वपूर्ण संकेतक है। कई बार बिलीरुबिन बढ़ने के बावजूद बिल्ली को पीला पड़ना (Jaundice) दिखाई नहीं देता — लेकिन टेस्ट इस बदलाव को तुरंत पकड़ लेता है।
TBIL बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. प्री–हेपेटिक कारण (Hemolysis)
जब RBC बहुत तेज़ी से टूटते हैं:
इम्यून–मीडिएटेड हेमोलिटिक एनीमिया
ब्लड–पैरासाइट
ऑक्सीडेटिव टॉक्सिन
गलत सैंपल हैंडलिंग
2. हेपेटिक कारण (लिवर सेल डैमेज)
जब लिवर बिलीरुबिन प्रोसेस नहीं कर पाता:
लिवर फैटी डिजीज (Lipid Hepatosis)
टॉक्सिक हेपेटाइटिस
FIP से संबंधित लिवर डैमेज
बैक्टीरियल/वायरल हेपेटाइटिस
लिवर कैंसर
3. पोस्ट–हेपेटिक कारण (बाइल–डकट ब्लॉकेज)
जब पित्त बाहर नहीं निकल पाता:
Gallstones
Pancreatitis → डकट कंप्रेशन
बाइल–डक्ट में सूजन
कैंसर
TBIL कम हो तो?
इसका कोई क्लिनिकल महत्व नहीं है।
क्लिनिकल Interpretation
TBIL को हमेशा ALT, AST, ALP, GGT और TBA के साथ पढ़ना चाहिए।यदि TBIL ऊँचा हो और ALP/GGT भी बढ़े हों → बाइल–डक्ट ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है।
AST (एस्पार्टेट एमिनोट्रांसफरेज़)
AST एक एंज़ाइम है जो लिवर, मांसपेशियों, दिल, और RBC में पाया जाता है। यानी AST बढ़ने का मतलब हमेशा लिवर बीमारी नहीं होता; यह मसल–डैमेज का संकेत भी हो सकता है।
AST को हमेशा ALT और CK के साथ मिलाकर पढ़ना ज़रूरी है।
AST बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. लिवर–सेल इंफ्लेमेशन / डैमेज
Fatty liver
विषाक्त दवाएँ
FIP से जुड़ा लिवर इंफ्लेमेशन
बैक्टीरियल हेपेटाइटिस
लिवर ट्यूमर
2. मांसपेशियों का डैमेज (बहुत आम कारण)
क्योंकि AST मांसपेशियों में बहुत होता है:
गिरना, चोट, भारी झटका
मसल–टियर
लम्बी Seizures
कैट–फाइट
हाइपोकैलेमिया
यदि AST + CK दोनों बढ़े हुए हों → 90% संभावना मसल–डैमेज।
3. हेमोलिसिस
RBC टुटने पर AST झूठा बढ़ सकता है।
AST कम हो तो?
इसका चिकित्सीय महत्व नहीं है।
क्लिनिकल Interpretation
ALT > AST → लिवर बीमारी अधिक संभावित
AST > ALT + CK बढ़ा → मसल–डैमेज
AST को कभी अकेले Interprete नहीं करना चाहिए।
ALT (ऐलनिन एमिनोट्रांसफरेज़)
ALT बिल्लियों में सबसे लिवर–स्पेसिफिक एंज़ाइम माना जाता है। यह मुख्य रूप से लिवर सेल (Hepatocytes) के अंदर पाया जाता है। जब लिवर की कोशिकाएँ क्षतिग्रस्त, सूजनग्रस्त या नष्ट होती हैं, तो ALT रक्त में लीक होकर बढ़ जाती है। इस कारण से ALT बिल्लियों में लिवर डैमेज का सबसे संवेदनशील मार्कर है।
ALT बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. फेलाइन फैटी लिवर डिज़ीज़ (Hepatic Lipidosis)
बिल्लियों में ALT बढ़ने का सबसे सामान्य कारण।अन्य पैरामीटर अक्सर यह पैटर्न दिखाते हैं:
ALP बहुत ज्यादा
Bilirubin बढ़ा हुआ
AST भी बढ़ सकता है
2. टॉक्सिक हेपेटाइटिस
ज़हरीले पदार्थ, दवाएँ, खराब खाना या केमिकल ALT को तेजी से बढ़ा सकते हैं।
3. वायरल या बैक्टीरियल लिवर इंफ्लेमेशन
जैसे:
FIP
FeLV
FIV
बैक्टीरियल हेपेटाइटिस
4. लिवर कैंसर
Hepatic tumors या metastasis ALT बढ़ा सकते हैं।
5. Hypoxia (ऑक्सीजन की कमी)
शॉक, एनीमिया या दिल की समस्या से लिवर सेल्स क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
ALT कम हो तो?
आमतौर पर इसका कोई क्लिनिकल महत्व नहीं है।बहुत कम ALT टर्मिनल लिवर फेल्योर में देखा जा सकता है।
क्लिनिकल Interpretation
ALT को हमेशा इन पैरामीटरों के साथ पढ़ना चाहिए:
AST
ALP
GGT
TBIL
TBA
लिवर का Ultrasound
ALT लिवर की शुरुआती क्षति पकड़ने वाला सबसे विश्वसनीय एंज़ाइम है।
AST/ALT अनुपात
AST/ALT अनुपात यह तय करने में अत्यंत उपयोगी है कि एंज़ाइमों का बढ़ना लिवर की वजह से है या मांसपेशियों की वजह से।क्योंकि AST कई जगह पाया जाता है, जबकि ALT लगभग केवल लिवर में होता है — इसलिए अनुपात Disease–Source निर्धारित करने में बहुत मजबूत संकेत देता है।
AST/ALT अनुपात बढ़ा हुआ (AST > ALT)
यह दर्शाता है कि मसल–डैमेज की संभावना अधिक है।
संभव कारण:
गिरना या आघात
मांसपेशियों की सूजन (Myositis)
पोटैशियम की कमी
लंबे समय तक चलने वाले दौरे (Seizures)
Injection–Site मसल–ट्रॉमा
अत्यधिक एक्सरसाइज़
यदि CK भी ऊँचा है → मसल–पैथोलॉजी लगभग निश्चित है।
AST/ALT अनुपात कम (ALT > AST)
यह लिवर–डैमेज का सबसे मजबूत संकेत है:
Fatty Liver
Toxic Hepatitis
Infectious Hepatitis
Bile Duct Obstruction
Hepatic Tumors
क्लिनिकल उपयोग
AST/ALT अनुपात मदद करता है:
लिवर बनाम मांसपेशी समस्या अलग करने में
एंज़ाइमों के स्रोत का पता लगाने में
अगला Diagnostic Step तय करने में (CK, Ultrasound, TBA)
संक्षिप्त निष्कर्ष
ALT प्रधान → लिवर समस्या
AST प्रधान + CK ऊँचा → मांसपेशी समस्या
AST + ALT + Bilirubin सभी बढ़े → बाइल–डक्ट/लिवर डिज़ीज़
GGT (गामा-ग्लूटामाइल ट्रांसफरेज़)
GGT एक एंज़ाइम है जो मुख्य रूप से बाइल–डक्ट (पित्त–नलिकाओं) में पाया जाता है। बिल्लियों में GGT आसानी से नहीं बढ़ता, इसलिए जब यह बढ़ा हुआ मिलता है तो यह लगभग हमेशा किसी गंभीर बाइल–फ्लो (Bile Flow) समस्या या चोलस्टेसिस (Cholestasis) की ओर संकेत करता है।
GGT लिवर सेल डैमेज के बजाय सीधे बाइल पाथवे की स्थिति बताता है।
GGT बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. बाइल–डक्ट ऑब्स्ट्रक्शन (सबसे महत्वपूर्ण कारण)
यदि पित्त बाहर नहीं निकल पा रहा:
GGT तेजी से बढ़ता है
आमतौर पर ALP भी साथ में बढ़ती है
कारण:
Gallstones (पित्त पथरी)
Cholangitis (बाइल–डक्ट सूजन)
Pancreatitis — सूजन डक्ट पर दबाव डालती है
Hepatic / Pancreatic Tumors
2. फेलाइन फैटी लिवर डिज़ीज़
बिल्लियों में एक खास पैटर्न दिखता है:
ALP बहुत अधिक बढ़ती है
GGT सामान्य या बहुत हल्का बढ़ा होता है
ALP↑ + GGT normal → Hepatic Lipidosis की तरफ बहुत मजबूत संकेत
3. दवाएँ या टॉक्सिन
कुछ दवाएँ GGT को हल्का बढ़ा सकती हैं।
GGT कम हो तो?
बिल्लियों में GGT का कम होना पूरी तरह सामान्य है।
क्लिनिकल Interpretation
ALP↑ + GGT↑ → Bile Duct Obstruction
ALP↑ + GGT Normal → Feline Hepatic Lipidosis
GGT बिल्लियों में बाइल–पाथवे रोगों के निदान का प्रमुख मार्कर है।
ALP (अल्कलाइन फॉस्फेटेज)
ALP एक एंज़ाइम है जो लिवर, बाइल–डक्ट, और हड्डियों से आता है। लेकिन बिल्लियों में ALP का उत्पादन बहुत धीमा होता है। इसी कारण बिल्लियों में ALP का बढ़ना हमेशा क्लिनिकली बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।
कुत्तों में ALP आसानी से बढ़ जाता है, जबकि बिल्लियों में यह केवल गंभीर समस्या होने पर बढ़ता है।
ALP बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. Hepatic Lipidosis (सबसे आम कारण)
बिल्लियों में फैटी लिवर डिज़ीज़ ALP को अत्यधिक बढ़ा देती है।पैटर्न:
ALP↑↑
GGT normal
ALT↑
Bilirubin कभी–कभी बढ़ा
2. बाइल–डक्ट ऑब्स्ट्रक्शन
कारण:
Pancreatitis
Tumors
Bile Duct Inflammation
Gallstones
इन मामलों में ALP↑ + GGT↑ साथ में होते हैं।
3. Endocrine Disorders (कम आम)
Hyperthyroidism
Diabetes Mellitus
4. बढ़ते हुए बच्चे (Kittens)
हड्डियों के विकास के कारण ALP सामान्यतः अधिक हो सकती है — लेकिन यह सिर्फ बच्चों में लागू होता है।
ALP कम हो तो?
इसका कोई क्लिनिकल महत्व नहीं है।
क्लिनिकल Interpretation
ALP↑ + GGT normal → Fatty Liver Disease (Hepatic Lipidosis)
ALP↑ + GGT↑ → Bile Duct Obstruction / Cholestasis
ALP बिल्लियों में लिवर और बाइल–डक्ट बीमारियों का अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है।
कुल पित्त अम्ल (TBA)
TBA (Total Bile Acids) बिल्लियों में लिवर की वास्तविक कार्यक्षमता (True Liver Function) का सबसे संवेदनशील और सबसे विश्वसनीय परीक्षण है।ALT, AST, ALP और GGT जहाँ लिवर सेल डैमेज दिखाते हैं, वहीं TBA यह बताता है कि लिवर अपना काम सही ढंग से कर भी रहा है या नहीं — यानी पित्त अम्लों को बनाना, रिलीज़ करना, अवशोषित करना और पुनः चक्रित करना।
पित्त अम्ल बनते हैं, पित्त के साथ आंत में जाते हैं, वहाँ से अवशोषित होकर फिर से लिवर में वापस आते हैं। इस चक्र को Enterohepatic Circulation कहते हैं। किसी भी चरण में बाधा आने से TBA बढ़ जाता है।
TBA बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. लिवर फंक्शन की कमी (Functional Liver Failure)
लिवर पित्त अम्लों को सही से प्रोसेस नहीं कर पाता।कारण:
Hepatic Lipidosis (Fatty Liver)
Toxic Hepatitis
FIP में लिवर इन्वॉल्वमेंट
Chronic Hepatic Inflammation
Liver Fibrosis
Liver Tumors
2. Portosystemic Shunt (PSS)
जन्मजात या acquired defect जहाँ रक्त लिवर को बायपास कर देता है।TBA अक्सर Fasting + Post–meal दोनों में बहुत ऊँचा मिलता है।
3. बाइल–डक्ट ऑब्स्ट्रक्शन
पित्त आंत तक नहीं पहुँच पाता →TBA तेज़ी से बढ़ता है।कारण: Pancreatitis, Gallstones, Cholangitis
TBA कम हो तो?
कोई क्लिनिकल महत्व नहीं — Normal.
क्लिनिकल Interpretation
TBA वह महत्वपूर्ण प्रश्न का उत्तर देता है:
“क्या लिवर सही से काम कर रहा है?”
BUN (ब्लड यूरिया नाइट्रोजन)
BUN शरीर में प्रोटीन–मेटाबॉलिज़्म से बनने वाली यूरिया का स्तर बताता है।यूरिया:
लिवर में बनती है
किडनी द्वारा बाहर निकाली जाती है
इसलिए BUN शरीर में:
किडनी फंक्शन,
हाइड्रेशन,
प्रोटीन–मेटाबॉलिज़्म,
GI Bleedingका महत्वपूर्ण संकेतक है।
BUN बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. Chronic Kidney Disease (CKD)
सबसे आम कारण।किडनी यूरिया को हटाने में असमर्थ रहती है।
अक्सर साथ मिलता है:
Creatinine ↑
Phosphorus ↑
tCO₂ ↓
Urine Dilution ↑
SDMA ↑
2. Acute Kidney Injury (AKI)
कारण:
Poisoning (Lilies, Antifreeze, Drugs)
Urinary Blockage
Infections
Severe Dehydration
Shock
3. डिहाइड्रेशन
BUN क्रीएटिनिन से भी तेज़ बढ़ता है। Urine बहुत Concentrated मिलता है।
4. GI Bleeding
Pet digested blood → बहुत protein → BUN बढ़ता है।
5. High Protein Diet
कभी-कभी Temporary BUN Increase होता है।
BUN कम क्यों होता है?
Severe Liver Failure
Very Low Protein Diet
Overhydration / Fluid Therapy
क्लिनिकल Interpretation
BUN को हमेशा Creatinine, BUN/CRE ratio, SDMA और Urine Specific Gravity के साथ पढ़ना चाहिए।
क्रिएटिनिन (CRE)
क्रिएटिनिन बिल्लियों में किडनी फंक्शन का सबसे विशिष्ट और विश्वसनीय बायोमार्कर माना जाता है। यह मांसपेशियों के सामान्य मेटाबॉलिज़्म से बनता है और लगभग पूरी तरह से गुर्दों द्वारा ही बाहर निकाला जाता है।इसी वजह से, क्रिएटिनिन बढ़ना आमतौर पर यह दर्शाता है कि किडनी की फ़िल्ट्रेशन क्षमता महत्वपूर्ण रूप से घट चुकी है।
BUN कई कारणों से बढ़ सकता है (डिहाइड्रेशन, GI ब्लीडिंग, हाई–प्रोटीन डाइट), लेकिन क्रिएटिनिन केवल तभी बढ़ता है जब किडनी सच में प्रभावित हों — इसलिए यह सबसे विश्वसनीय kidney–specific marker है।
क्रिएटिनिन बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. Chronic Kidney Disease (CKD) — सबसे आम कारण
किडनी की लगभग 60–70% कार्यक्षमता नष्ट होने के बाद क्रिएटिनिन बढ़ता है।अक्सर साथ में मिलता है:
BUN ↑
Phosphorus ↑
tCO₂ ↓ (Metabolic Acidosis)
Urine Specific Gravity ↓ (Dilute Urine)
SDMA ↑
CKD स्टेजिंग (IRIS Classification) में क्रिएटिनिन का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
2. Acute Kidney Injury (AKI)
कम समय में तेजी से बढ़ सकता है।कारण:
लिली पौधों का ज़हर
एंटीफ्रीज़
नेफ्रोटॉक्सिक दवाएँ
Urinary Blockage
Severe Dehydration / Shock
AKI एक आपातकालीन स्थिति है।
3. डिहाइड्रेशन
माइल्ड–मॉडरेट डिहाइड्रेशन क्रिएटिनिन को बढ़ा सकता है,लेकिन इस स्थिति में BUN अधिक तेज़ी से बढ़ता है।
4. Muscle Mass अधिक होने पर
मजबूत/मस्कुलर बिल्लियों में क्रिएटिनिन थोड़ा ऊँचा होना सामान्य हो सकता है।
क्रिएटिनिन कम क्यों होता है?
Severe Muscle Loss (बुजुर्ग या बहुत कमजोर बिल्लियाँ)
Overhydration (IV Fluids)
Rare Lab Variations
यह सामान्यतः clinically significant नहीं माना जाता।
क्लिनिकल Interpretation
CRE को हमेशा BUN, SDMA, tCO₂, USG और क्लिनिकल संकेतों के साथ पढ़ना चाहिए।यह किडनी डिज़ीज़ के निदान, स्टेजिंग और प्रोग्नोसिस के लिए सबसे मुख्य पैरामीटर है।
BUN/CRE अनुपात
BUN/CRE अनुपात यह निर्धारित करने का एक अत्यंत उपयोगी तरीका है किपाया गया असंतुलन किडनी–संबंधी है या किडनी के बाहर की किसी समस्या के कारण है।
क्योंकि:
BUN कई बाहरी कारणों से बढ़ सकता है
लेकिन क्रिएटिनिन मुख्यतः kidney–origin marker है
इसलिए BUN/CRE अनुपात गड़बड़ी के स्रोत का पता लगाने में उत्कृष्ट उपकरण है।
BUN/CRE अनुपात बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. डिहाइड्रेशन — सबसे आम कारण
BUN बहुत अधिक बढ़ता है
Creatinine हल्का या मध्यम बढ़ता है
Urine बहुत Concentrated होती है
2. GI Bleeding
पेट/आंत में छुपा रक्त पचने पर “High Protein Intake” जैसा प्रभाव देता है →BUN तेज़ी से बढ़ता है → Ratio बढ़ता है।
3. High Protein Diet
सिर्फ BUN बढ़ता है → Creatinine वही रहता है → Ratio ↑
BUN/CRE अनुपात कम क्यों होता है?
1. True Renal Failure (Real Kidney Disease)
दोनों बढ़ते हैं, लेकिन Creatinine अधिक बढ़ता है → Ratio ↓
2. Liver Failure
लिवर BUN बनाता है।यदि लिवर फेल है → BUN कम → Ratio कम → Creatinine normal/उच्च हो सकता है।
क्लिनिकल पैटर्न
BUN↑ + CRE normal → डिहाइड्रेशन / GI Bleed संभावित
BUN↑ + CRE↑ (CRE अधिक तेजी से बढ़ा) → किडनी डिज़ीज़
BUN↓ + CRE↑ → Liver Dysfunction
इस अनुपात का महत्व
यह अनुपात यह तय करने में महत्वपूर्ण है कि समस्या:
प्री–रेनल (डिहाइड्रेशन)
रेनल (किडनी डिज़ीज़)
पोस्ट–रेनल (Obstruction)
या GI origin है
क्रिएटिन काइनेज़ (CK)
क्रिएटिन काइनेज़ (CK) एक अत्यंत संवेदनशील एंज़ाइम है जो मुख्य रूप से कंकाल–मांसपेशियों, हृदय–मांसपेशियों, और थोड़ी मात्रा में नर्वस टिश्यू में पाया जाता है। CK का बढ़ना लगभग हमेशा मांसपेशियों की क्षति का संकेत होता है।बिल्लियों में CK बहुत जल्दी बढ़ता है — केवल हल्की मांसपेशीय चोट भी इसके स्तर को कई गुना बढ़ा सकती है।
इस वजह से CK बायोकैमिस्ट्री में यह निर्धारित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है कि AST का बढ़ना लिवर–समस्या है या मांसपेशियों का डैमेज।
CK बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. मांसपेशियों की चोट (सबसे सामान्य कारण)
गिरना, कूदना, चोट लगना
कैट–फाइट
Injection–site trauma
Transport stress
बहुत अधिक Exercise
2. Myositis (मांसपेशियों की सूजन)
सूजन के कारण CK कई गुना बढ़ जाता है।
3. Hypokalemia (कम पोटैशियम)
मांसपेशियाँ कमजोर होकर टूटने लगती हैं → CK तेज़ी से बढ़ता है।
4. Seizures (दौरे)
तेज़ और लंबे मांसपेशीय संकुचन CK को बहुत बढ़ा देते हैं।
5. Toxins / Drugs
कुछ रसायन मांसपेशियों को सीधे नुकसान पहुँचाते हैं।
CK कम हो तो?
क्लिनिकली महत्वपूर्ण नहीं।
क्लिनिकल Interpretation
CK↑ + AST↑ + ALT normal → Muscle Damage
CK normal + AST↑ + ALT↑ → Liver Disease
CK↑ + ALT↑ → Mixed Injury (Trauma + Hepatic Stress)
CK मांसपेशीय बीमारियों के निदान में सबसे सटीक मार्करों में से एक है।
एमाइलेज (AMY)
एमाइलेज (Amylase) एक पाचन–एंज़ाइम है जो मुख्य रूप से अग्न्याशय (Pancreas) में बनता है, लेकिन थोड़ी मात्रा में आंतों और लिवर में भी पाया जाता है।बिल्लियों में एमाइलेज का स्तर कुत्तों की तुलना में उतना विश्वसनीय नहीं होता क्योंकि बिल्लियों का कार्बोहाइड्रेट–मेटाबॉलिज़्म सीमित होता है।
EMAIYLACE बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. Pancreatitis (अग्नाशय की सूजन)
हल्के–मध्यम स्तर पर एमाइलेज बढ़ सकता है।लेकिन ध्यान रहे — कई बिल्लियों में pancreatitis होते हुए भी amylase normal रहता है।इसलिए pancreatitis के लिए fPL (Feline Pancreatic Lipase) सबसे भरोसेमंद टेस्ट है।
2. Kidney Disease (किडनी रोग)
किडनी एमाइलेज को बाहर निकालती हैं।जब किडनी ठीक से फ़िल्टर नहीं कर पातीं:
Amylase ↑
Creatinine ↑
BUN ↑यह पैटर्न “Renal Origin” का संकेत देता है — Pancreatitis का नहीं।
3. GI Disease (Gastrointestinal Disorders)
Severe enteritis, intestinal obstruction, या GI–inflammation amylase बढ़ा सकती है।
4. Medications / Toxins
कुछ दवाएँ और टॉक्सिन अग्न्याशय पर दबाव डालकर amylase बढ़ा सकते हैं।
Amylase Low हो तो?
आमतौर पर महत्वहीन।
क्लिनिकल Interpretation
एमाइलेज को अकेले Interprete नहीं किया जाता। इसे हमेशा पढ़ा जाता है:
Lipase / fPL
Creatinine + BUN
Clinical signs (Vomiting, Pain, Anorexia)
महत्वपूर्ण बात:
Amylase बढ़ने का मतलब pancreatitis ज़रूरी नहीं है।
Amylase normal होने पर pancreatitis को नकारा भी नहीं जा सकता।
ग्लूकोज़ (GLU)
ग्लूकोज़ बिल्ली के शरीर की हर कोशिका का प्राथमिक ऊर्जा–स्रोत है। इसका स्तर शरीर के पैंक्रियास, लिवर, एंडोक्राइन सिस्टम, स्ट्रेस–रिस्पॉन्स, और मेटाबॉलिज़्म की संयुक्त गतिविधि को दर्शाता है।बिल्लियाँ तनाव (Stress) के प्रति बेहद संवेदनशील होती हैं, इसलिए केवल क्लिनिक आने भर से भी उनका ग्लूकोज़ कई गुना बढ़ सकता है।
ग्लूकोज़ बढ़ा हुआ क्यों होता है? (Hyperglycemia)
1. Stress Hyperglycemia (सबसे आम कारण)
एड्रेनालिन तुरंत ग्लूकोज़ बढ़ा देता है।परिस्थितियाँ:
Vet–visit
कैरियर में यात्रा
डर, घबराहट, आक्रामकता
यह बढ़ोतरी अस्थायी होती है और बीमारी नहीं है।
2. Diabetes Mellitus (शुगर)
अगर ग्लूकोज़ लगातार उच्च मिले तो यह डायबिटीज़ का सबसे बड़ा संकेत है।साथ में:
Excess Thirst
Excess Urination
Weight Loss
Polyphagia (ज्यादा भूख)
Glucosuria (मूत्र में शुगर)
Ketones (Advanced Cases)
3. Pancreatitis
अग्न्याशय की सूजन इंसुलिन रिलीज़ को प्रभावित करती है।
4. Hyperthyroidism
मेटाबॉलिक गति बढ़ने से glucose बढ़ सकता है।
5. Corticosteroids
Prednisolone जैसी दवाएँ glucose बढ़ा सकती हैं।
ग्लूकोज़ कम क्यों होता है? (Hypoglycemia)
यह एक गंभीर आपात–स्थिति हो सकती है।
मुख्य कारण:
Insulin Overdose (diabetic cats)
Liver Failure
Sepsis
Starvation / Anorexia
Insulinoma (rare tumor)
लक्षण:
Tremors
Weakness
Disorientation
Seizures
Collapse / Coma
क्लिनिकल Interpretation
Glucose को हमेशा इनके साथ पढ़ना चाहिए:
Fructosamine
Urine Glucose/Ketones
Clinical Signs
Thyroid + Pancreatic Markers
ग्लूकोज़ endocrine और metabolic diseases के लिए प्रमुख निदान संकेत है।
कोलेस्ट्रॉल (CHOL)
कोलेस्ट्रॉल शरीर में हार्मोन उत्पादन, कोशिका झिल्ली की संरचना, और पित्त–अम्ल निर्माण के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।बिल्लियों में CHOL का बढ़ना आम तौर पर डाइट से संबंधित नहीं होता — बल्कि मेडिकल कंडीशन्स का संकेत होता है।
CHOL बढ़ा हुआ क्यों होता है?
1. Diabetes Mellitus
Fat Metabolism खराब होने से CHOL और TG दोनों बढ़ते हैं।
2. Pancreatitis
Pancreas–inflammation lipid–processing प्रभावित करती है।
3. Nephrotic Syndrome
Kidney protein–loss body में cholesterol बढ़ा देता है।
4. Liver Disease
Bile Flow या Metabolism रुकने से CHOL बढ़ जाता है।
5. Hypothyroidism
बिल्लियों में दुर्लभ, लेकिन होने पर cholesterol बहुत बढ़ा देता है।
CHOL कम क्यों होता है?
संभावित कारण:
गंभीर Liver Failure
Malabsorption
Starvation
Hyperthyroidism
क्लिनिकल Interpretation
CHOL को हमेशा इनके साथ पढ़ना चाहिए:
Triglycerides
ALT / ALP
Glucose
Thyroid Panel
Pancreatic Enzymes
Useful Patterns:
CHOL↑ + TG↑ → Diabetes / Pancreatitis
CHOL↑ + ALP↑ → Bile Duct Disease
CHOL↓ + ALT↑ → Liver Failure
ट्राइग्लिसराइड (TG)
ट्राइग्लिसराइड (TG) बिल्लियों के शरीर में ऊर्जा का प्राथमिक भंडारण–रूप है। यह रक्त में घूमता है और आवश्यकता पड़ने पर ऊर्जा के रूप में उपयोग होता है। TG का स्तर बिल्ली के लिपिड मेटाबॉलिज़्म, पैंक्रियास, लिवर, एंडोक्राइन सिस्टम, और पूरे शरीर के मेटाबॉलिक संतुलन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देता है।
TG में वृद्धि सामान्य भोजन–संबंधी परिवर्तन से लेकर गंभीर मेटाबॉलिक बीमारियों तक का संकेत कर सकती है।
TG बढ़ा हुआ क्यों होता है? (Hypertriglyceridemia)
1. Pancreatitis (अग्नाशय की सूजन)
Fat metabolism बाधित हो जाता है → TG तेज़ी से बढ़ता है।यदि साथ में:
TG↑ + CHOL↑ + GLU↑तो pancreatitis या Metabolic Syndrome की संभावना बहुत अधिक।
2. Diabetes Mellitus
Insulin की कमी से fat metabolism बिगड़ जाता है → TG बढ़ता है।
3. Liver Disease
Fatty Liver, Cholestasis, Hepatitis — सभी TG बढ़ा सकते हैं।
4. Genetic / Metabolic Disorders
कुछ बिल्लियाँ स्वभाविक रूप से TG अधिक रखने की प्रवृत्ति रखती हैं।
5. Corticosteroids
Prednisolone जैसी दवाएँ TG को बढ़ा सकती हैं।
TG कम क्यों होता है?
आमतौर पर clinically important नहीं होता।संभावित कारण:
Malnutrition
Malabsorption
Long-term anorexia
Interpretation
TG को हमेशा इन पैरामीटरों के साथ पढ़ना चाहिए:
Cholesterol
Glucose
ALT/AST
fPL (Pancreatic Lipase)
Thyroid Panel
Patterns:
TG↑ + CHOL↑ → Diabetes / Pancreatitis
TG↑ + ALT↑ → Fatty Liver Disease
tCO₂ (कुल कार्बन डाइऑक्साइड)
tCO₂ रक्त में मौजूद कुल कार्बन डाइऑक्साइड का माप है — जो मुख्य रूप से बाइकार्बोनेट (HCO₃⁻) के रूप में होता है।यह शरीर के Acid–Base Balance का प्राथमिक संकेतक है।tCO₂ में बदलाव गंभीर मेटाबॉलिक गड़बड़ियों का संकेत दे सकता है।
tCO₂ बढ़ा हुआ क्यों होता है? (Metabolic Alkalosis)
मुख्य कारण:
लम्बे समय तक वॉमिटिंग (HCl loss)
Diuretics
Hypokalemia
CKD की कुछ अवस्थाएँ
tCO₂ कम क्यों होता है? (Metabolic Acidosis)
यह स्थिति अधिक गंभीर और खतरनाक होती है।
संभावित कारण:
CKD / Kidney Failure
Diabetic Ketoacidosis (DKA)
Shock / Poor Perfusion
Severe Diarrhea (Bicarbonate Loss)
Toxicity
लक्षण: तेज़ साँसें, कमजोरी, confusion।
Interpretation
tCO₂ को पढ़ते समय इन मानकों को भी देखना चाहिए:
Potassium
Chloride
BUN / Creatinine
Urine pH
Blood Gas (यदि उपलब्ध हो)
Useful Patterns:
tCO₂↓ + Creatinine↑ → Renal Acidosis
tCO₂↓ + Glucose↑ + Ketones → DKA
tCO₂↑ + Chloride↓ → Vomiting–related Alkalosis
कैल्शियम (Ca)
कैल्शियम बिल्ली के शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण खनिज है। यह हड्डियों, दाँतों, मांसपेशियों, तंत्रिका–तंत्र, रक्त–जमाव, और हार्मोनल रेगुलेशन में प्रमुख भूमिका निभाता है।बायोकैमिस्ट्री में आमतौर पर Total Calcium मापा जाता है, जिसमें:
Ionized Calcium (Active form)
Protein-bound Calcium (मुख्यतः Albumin–bound)दोनों शामिल होते हैं।
कैल्शियम में गड़बड़ी कई गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकती है।
कैल्शियम बढ़ा हुआ क्यों होता है? (Hypercalcemia)
बिल्लियों में यह स्थिति अपेक्षाकृत दुर्लभ है लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
मुख्य कारण:
1. Tumors (सबसे सामान्य कारण)
कुछ कैंसर PTH–like substances बनाते हैं:
Lymphoma
Carcinoma
Parathyroid Tumors (rare)
2. Chronic Kidney Disease (CKD)
Vitamin D और Phosphorus imbalance के कारण Ca बढ़ सकता है।
3. Vitamin D Toxicity
Rodenticide poisoning (Cholecalciferol) या supplement overdose।
4. Addison’s Disease (Hypoadrenocorticism)
Rare लेकिन संभव।
5. Granulomatous Inflammation
Severe infection/inflammation Ca बढ़ा सकती है।
कैल्शियम कम क्यों होता है? (Hypocalcemia)
Low calcium मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
संभावित कारण:
Pancreatitis
Severe Kidney Failure
Hypoparathyroidism
Sepsis
Pregnancy/Lactation
Hypocalcemia के लक्षण
Tremors
Twitching
Seizures
Weakness
Facial sensitivity
Interpretation
Ca को कभी अकेले Interprete नहीं किया जाता। इसे हमेशा पढ़ा जाता है:
Albumin
Phosphorus
tCO₂
Creatinine
Ionized Calcium (if needed)
Patterns:
Ca↑ + P↓ → Primary Hyperparathyroidism
Ca↓ + P↑ → Kidney Failure
Ca↓ + Albumin↓ → Pseudo-hypocalcemia (Ionized Ca check)
फॉस्फोरस (P)
Phosphorus ऊर्जा–उत्पादन (ATP), हड्डियों की संरचना, और Acid–Base Regulation का महत्वपूर्ण हिस्सा है। बिल्ली में इसका स्तर किडनी–फंक्शन का सबसे विश्वसनीय संकेतक माना जाता है।
फॉस्फोरस बढ़ा हुआ क्यों होता है? (Hyperphosphatemia)
1. Chronic Kidney Disease (सबसे आम कारण)
किडनी phosphorus नहीं निकाल पाती → वह रक्त में जमा होता है।इससे होता है:
Secondary Hyperparathyroidism
Bone demineralization
CKD progression
2. Hypoparathyroidism
PTH कम होने से phosphorus बढ़ता है।
3. Vitamin D Toxicity
Ca और P दोनों बढ़ जाते हैं।
4. Hemolysis
RBC टूटने से intracellular phosphorus बाहर आ जाता है।
फॉस्फोरस कम क्यों होता है? (Hypophosphatemia)
संभावित कारण:
Hepatic Lipidosis
Diabetes Treatment (Insulin shift)
Hyperparathyroidism
Severe systemic disease
Interpretation
Phosphorus हमेशा Calcium के साथ पढ़ा जाता है।
Critical Patterns:
Ca × P > 70–75 → Soft Tissue Mineralization Risk
Ca↓ + P↑ → CKD
Ca↑ + P↓ → Hyperparathyroidism
Phosphorus CKD management का core biomarker है।
कैल्शियम–फॉस्फोरस गुणनफल (Ca × P)
Ca × P गुणनफल बिल्ली की बायोकैमिस्ट्री का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पैरामीटर है—खासकर Chronic Kidney Disease (CKD) वाले बिल्लियों में।यह केवल कैल्शियम और फॉस्फोरस के स्तर को अलग–अलग नहीं देखता, बल्कि यह बताता है कि दोनों मिलकर शरीर पर कितना हानिकारक प्रभाव डाल रहे हैं।
जब Ca × P अत्यधिक बढ़ जाता है, तो कैल्शियम और फॉस्फोरस एक–दूसरे से मिलकर न इंसान शरीर में घुलने वाले खनिज–क्रिस्टल बनाते हैं, और ये:
किडनी
रक्त–नलिकाओं
दिल
फेफड़ों
पेट / आंतों
में जमा होने लगते हैं। यह स्थिति अपरिवर्तनीय (Irreversible)Damage का कारण बन सकती है।
Ca × P का क्लिनिकल महत्व
Ca × P > 70–75 → बहुत उच्च जोखिम (Soft Tissue Mineralization)
60–70 → Warning Zone
< 60 → Safe Zone
यह CKD progression और prognosis का एक प्रमुख सूचक है।
Ca × P बढ़ा हुआ क्यों होता है?
CKD Stage 3–4
Vitamin D Toxicity
Primary / Secondary Hyperparathyroidism
ऊँचा Phosphorus + सामान्य/हल्का ऊँचा Calcium
Ca × P कम कैसे किया जाता है?
Low–Phosphorus Renal Diet
Phosphate Binders
Vitamin D Modulation
Strict Kidney Monitoring
Frequent Blood Chemistry Follow-up
Ca × P एक ऐसा मूल्य है जिसे CKD वाली प्रत्येक बिल्ली में नियमित रूप से मॉनिटर करना चाहिए।
मैग्नीशियम (Mg)
मैग्नीशियम (Mg) एक बहु–कार्यात्मक इलेक्ट्रोलाइट है जो शरीर में 300 से अधिक एंज़ाइमेटिक प्रतिक्रियाओं में भाग लेता है।यह हृदय, मांसपेशियों, तंत्रिकाओं, ऊर्जा–उत्पादन, और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन के लिए अनिवार्य है।
Mg में गड़बड़ी अक्सर किडनी, GI सिस्टम, endocrine disorders या systemic inflammation का संकेत होती है।
Mg बढ़ा हुआ क्यों होता है? (Hypermagnesemia)
मुख्य कारण:
1. Chronic Kidney Disease (CKD)
किडनी Mg को बाहर नहीं निकाल पाती → Blood Mg बढ़ जाता है।
2. Excess Mg Intake
Antacids, supplements, laxatives containing magnesium.
3. Tissue Breakdown / Trauma
Severe inflammation या necrosis Mg release कर सकता है।
Mg कम क्यों होता है? (Hypomagnesemia)
संभावित कारण:
Long-term Vomiting / Diarrhea
Diabetes Mellitus (Renal Mg Loss)
Pancreatitis
Severe Malnutrition / Starvation
Hypomagnesemia के लक्षण
Tremors
Seizures
Arrhythmia
Muscle Weakness
High Neuromuscular Excitability
Urinary Health में Magnesium
Mg का सीधा संबंध Struvite Crystals बनने से है।Risk बढ़ता है जब:
Mg ↑
Urine pH Alkaline
Phosphorus ↑
Interpretation
Mg को Calcium, Phosphorus, Potassium, tCO₂ और Kidney Function के साथ पढ़ना चाहिए।यह Electrophysiology, Cardiac Rhythm और Neuromuscular Stability को प्रभावित करता है, इसलिए इसका महत्व बहुत अधिक है।
FAQ — बिल्ली में बायोकैमिस्ट्री (Hindi)
बायोकैमिस्ट्री टेस्ट क्या होता है और बिल्लियों में इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
बायोकैमिस्ट्री एक विस्तृत रक्त जाँच है जो लिवर, किडनी, पैंक्रियास, मांसपेशियों, हार्मोनल सिस्टम, इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस और मेटाबॉलिज़्म की कार्यक्षमता को मापती है। बिल्लियाँ बीमारी छुपाती हैं, इसलिए बायोकैमिस्ट्री अक्सर ऐसी समस्याएँ पकड़ लेती है जो बाहर से बिल्कुल भी दिखाई नहीं देतीं।
क्या बायोकैमिस्ट्री टेस्ट के लिए बिल्ली को खाली पेट होना जरूरी है?
हाँ, आमतौर पर 8–12 घंटे का फास्टिंग आवश्यक होता है क्योंकि भोजन ग्लूकोज़, TG, CHOL और पित्त–अम्ल (TBA) जैसे कई मानकों को प्रभावित कर सकता है। इमरजेंसी में बिना फास्टिंग भी टेस्ट किया जा सकता है।
क्या बायोकैमिस्ट्री टेस्ट पर तनाव (Stress) का प्रभाव पड़ता है?
जी हाँ। बिल्लियाँ स्ट्रेस में तुरंत ग्लूकोज़ बढ़ा देती हैं। कई बार हल्का ALT/AST फ्लक्चुएशन भी दिख सकता है। इसलिए शंका होने पर परिणामों की दोबारा पुष्टि की जाती है या फ्रक्टोसामिन टेस्ट किया जाता है।
बिल्लियों में बायोकैमिस्ट्री टेस्ट की रिपोर्ट आने में कितना समय लगता है?
क्लिनिक में इन–हाउस मशीन होने पर 20–30 मिनट में परिणाम मिल जाते हैं। बाहर लैब भेजने पर 6–24 घंटे लग सकते हैं।
बायोकैमिस्ट्री टेस्ट लिवर की कौन–सी बीमारियाँ पकड़ सकता है?
Fatty Liver, Toxic Hepatitis, Infectious Hepatitis, Cholestasis, Bile Duct Obstruction, FIP-associated liver disease, Liver Tumors और Fibrosis जैसी स्थितियाँ ALT, AST, ALP, GGT, TBIL और TBA के माध्यम से स्पष्ट हो जाती हैं।
किडनी रोग बायोकैमिस्ट्री से कैसे पता चलता है?
BUN, Creatinine, Phosphorus, SDMA और BUN/CRE ratio किडनी की फ़िल्ट्रेशन क्षमता बताते हैं। CKD का stage तय करने, AKI पहचानने, Dehydration और Urinary Obstruction समझने में बायोकैमिस्ट्री मुख्य भूमिका निभाती है।
क्या बायोकैमिस्ट्री से pancreatitis का पता चलता है?
प्रत्यक्ष रूप से नहीं। Amylase/Lipase कभी-कभार बढ़ जाते हैं, लेकिन pancreatitis के लिए सबसे विश्वसनीय टेस्ट fPL है। बायोकैमिस्ट्री dehydration, inflammation और metabolic stress का संकेत देती है।
ALT बढ़ा हुआ मिले तो इसका क्या मतलब?
ALT बिल्लियों में liver-cell damage का सबसे संवेदनशील संकेतक है।यह fatty liver, toxic injury, FIP, infectious hepatitis, bile duct obstruction या liver tumors से बढ़ सकता है।
AST बढ़ा हुआ मिले तो क्या यह हमेशा लिवर समस्या है?
नहीं। AST मांसपेशियों में भी पाया जाता है। यदि CK भी बढ़ा है → Muscle Injury.यदि ALT↑ > AST↑ → Liver Origin अधिक संभावित।
ALP बढ़ा हुआ मिले तो यह कितना गंभीर है?
बिल्लियों में ALP का बढ़ना हमेशा गंभीर माना जाता है। यह hepatic lipidosis, bile duct obstruction, tumors या endocrine disturbances की ओर संकेत करता है।
GGT बढ़ा हुआ हो तो यह क्या दर्शाता है?
GGT बाइल–डक्ट समस्याओं का सबसे खास मार्कर है। GGT↑ + ALP↑ = Obstructive Disease.यदि ALP बहुत अधिक हो लेकिन GGT normal हो → Feline Fatty Liver Disease की संभावना अधिक।
TBA (Total Bile Acids) ऊँचे क्यों आते हैं?
TBA liver की functional capacity बताते हैं। यह hepatic dysfunction, portosystemic shunt, और bile obstruction में बढ़ जाते हैं—even जब ALT/AST हल्के हों।
BUN बढ़ा हुआ क्यों होता है?
BUN kidney dysfunction, dehydration, GI bleeding या high-protein diet से बढ़ सकता है।इसे हमेशा Creatinine के साथ पढ़ना चाहिए।
Creatinine बढ़ा हुआ हो तो इसका क्या अर्थ है?
यह एक kidney-specific marker है। इसके बढ़ने का मतलब है कि किडनी ने अपनी 60–70% क्षमता खो दी है। यह CKD staging का base parameter है।
BUN/CRE Ratio बायोकैमिस्ट्री में क्या संकेत देता है?
High Ratio → Dehydration / GI BleedingLow Ratio → True Kidney Disease / Liver Dysfunctionयह स्रोत पता लगाने का सबसे विश्वसनीय संयोजन है।
CK बढ़ा हुआ मिलना किस बात का संकेत है?
CK बढ़ना लगभग हमेशा muscle damage दर्शाता है—injury, seizures, myositis, hypokalemia या injection trauma।
Amylase बढ़ा हुआ मिले तो क्या pancreatitis है?
अकेले Amylase बढ़ने से pancreatitis का निदान नहीं होता।पक्का परीक्षण fPL है।Amylase kidney failure या GI inflammation में भी बढ़ सकती है।
ग्लूकोज़ यदि लगातार बढ़ी मिले तो इसका क्या मतलब?
Stress hyperglycemia common है, लेकिन persistent high glucose हमेशा diabetes mellitus की दिशा में इशारा करता है—fructosamine द्वारा कन्फर्म किया जाता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ क्यों होता है?
यह diabetes, pancreatitis, nephrotic syndrome, liver disease या hypothyroidism का संकेत हो सकता है। Diet rarely cause होती है।
फॉस्फोरस बढ़ा हुआ मिले तो क्या यह CKD का संकेत है?
हाँ—CKD में phosphorus नहीं निकल पाता और blood में जमा हो जाता है।यह kidney failure progression को तेज करता है।
Ca × P गुणनफल इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
क्योंकि Ca × P > 70–75 होने पर soft-tissue mineralization, vascular calcification और kidney damage हो सकता है।CKD management का यह सबसे महत्वपूर्ण prognostic index है।
मैग्नीशियम बढ़ा हुआ क्यों होता है?
अक्सर kidney failure के कारण, क्योंकि गुर्दे Mg निकाल नहीं पाते।Excess intake, tissue breakdown या metabolic disease भी कारण हो सकते हैं।
क्या बायोकैमिस्ट्री normal होने पर भी बीमारी हो सकती है?
हाँ। Pancreatitis early stage, endocrine disorders, कुछ infections और कुछ tumors शुरू में biochemistry में नहीं दिखते। इसलिए ultrasound, CBC और fPL जैसे tests भी ज़रूरी हो सकते हैं।
बुज़ुर्ग बिल्लियों में बायोकैमिस्ट्री कितनी बार करानी चाहिए?
हर 6–12 महीनों में।यदि CKD, diabetes या liver disease है तो हर 3–6 महीनों में repeat करना चाहिए।
Sources
American Veterinary Medical Association (AVMA)
Merck Veterinary Manual
Cornell University College of Veterinary Medicine
Royal Veterinary College (RVC) – Clinical Pathology Guidelines
Mersin Vetlife Veterinary Clinic – https://share.google/XPP6L1V6c1EnGP3Oc




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